हल्द्वानी, खबर संसार। मुख्यमंत्री घोषणा के अन्तर्गत हल्द्वानी में पाण्डे नवाड में बनने वाले नशा मुक्ति केन्द्र की बैठक में समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि पाण्डे नवाड में समाज कल्याण को जो भवन अस्थाई रूप से नशा मुक्ति केंद्र हेतु आवंटित किया गया है, उसमें 29 कमरे है। स्वास्थ्य विभाग की भूमि एवं भवन को समाज कल्याण विभाग के नशा मुक्ति केन्द्र संचालन हेतु आवंटित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि भवन रिनोवेशन का कार्य हेतु 94.85 लाख की धनराशि स्वीकृत हो चुकी है तथा प्रथम किस्त के रूप में 56.81 लाख की धनराशि आवंटित हो चुकी है। उन्होंने बताया कि रिनोवेशन कार्य कार्यदायी संस्था उत्तराखण्ड पेयजल संसाधन निर्माण निगम द्वारा किया जायेगा। रिनोवेशन का कार्य सितम्बर से प्रारम्भ होकर जनवरी 2024 में पूर्ण होगा।
नशा मुक्ति केन्द्र का ऐसा है आनतरिक डिजाइन
जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को निर्देश दिये कि भवन का आन्तरिक डिजाइन का कार्य इस प्रकार से किया जाए कि जिसमें मेडिटेशन, योग, काउंसिलिंग, चिकित्सा आदि के द्वारा नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती होने वाले व्यक्तियों का उपचार किया जा सके जिससे नशा करने वाले व्यक्ति का शारीरिक एवं मानसिक सुधार हो और व्यक्ति को अच्छा महसूस हो। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति केन्द्र में स्पेशलिस्ट मनोचिकित्सक से परामर्श एवं काउन्सलिंग आवश्यक है। उन्हांेने कहा कि जो व्यक्ति नशे की लत से ग्रसित है उसे योग, व्यवहार थेरेपी तथा मोटिवेशन दिया जाए ताकि व्यक्ति नशे की लत छुडा सके।
DM ने कहा कि नशा मुक्ति केन्द्र के संचालन के लिए भारत सरकार को 80 लाख 43 हजार की प्रस्ताव भेजा गया है। उन्हाेंने कहा कि नशा मुक्ति केन्द्र के लिए स्वास्थ्य एवं आयुष विभाग की भागेदारी भी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये हैं कि वर्तमान में शहर में 7 निजी नशा मुक्ति केन्द्र संचालित हो रहे है उनका सत्यापन किया जाए साथ ही मानकों का भी परीक्षण किया जाए ताकि जो नशा मुक्ति केन्द्रांे में मरीज आ रहे हैं उन्हें मानकों के अनुरूप सुविधायें, उपचार गुणवत्ता युक्त मिल रहा हैं या नही इसकी मानिटरिंग भी आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने सभी आमजनमानस के साथ ही जनप्रतिनिधियों, समाज सेवियों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं से नशा मुक्ति के खिलाफ अपील की है कि नशा एक सामाजिक बुराई है इस बुराई से लडने के लिए समाज के सभी लोगों को एकजुट होना होगा तभी हम इस अभियान को जड से समाप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक हरबंस सिंह, उप निदेशक वासुदेव आर्य, परियोजना प्रबंधक हिमांशु वर्मा, समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिल्डियाल सहित ने अधिकारी उपस्थित थे।
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