नई दिल्ली, खबर संसार। मां दुर्गा की आराधना का दिन है चैत्र Navratri जो 9 दिनों तक मां की उपासना का उत्सव मनाया जाता है। चैत्र Navratri मंगलवार, 13 अप्रैल से 21 अप्रैल 2021 तक पर्व चलेगा।
Navratri से हिन्दू संवत्सर-2078 की शुरुआत भी होगी। हे मां ! इस महामारी की घोर विपदा से बचा हमारे कष्टों का हरण कर। इसी मनोरथ से आराधना कर मां के घट की स्थापना करें। इस बार का महिसासुर मर्दिनी का आगमन दुराचारी, राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों के लिए काल बनकर आया है।
नवरात्रि के दौरान क्या करना चाहिए?
Navratri के दिन शुभ मुहुर्त में मां की पूजा-अर्चना व उपासना विधि-विधान से करनी चाहिए। Navratri के 9 दिन तक वाद-विवादों से दूर रहना चाहिए। किसी को भी अपशब्द व कटु वचन नहीं बोलने चाहिए। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान ब्रह्यचर्य का पालन करना चाहिए।
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इस तरह हो रहा मां का आगमन
हिन्दू संवत्सर-2078 से चैत्र Navratri पर मां दुर्गा का आगमन घोड़े पर होगा। काशी पंचांग के अनुसार, इस नवरात्रि मां नवदुर्गा घोड़े पर सवार होकर आपके घर पर आएंगी व दशमी के दिन मां का प्रस्थान यानी कि विदाई नर वाहन पर होगी। मां की आराधना संतान व भक्त दोनों बनकर करें व यह प्रार्थना करते हुए करें कि हे मां! तुमने इस संसार में हमको जन्म दिया है।
वैसे तो मां दुर्गा का वाहन सिंह है लेकिन हर वर्ष Navratri के समय तिथि के अनुसार माता अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर धरती पर आगमन करती हैं। ज्योतिषशास्त्र और देवीभागवत पुराण के अनुसार मां दुर्गा का इस वर्ष आगमन आने वाले भविष्य की नकारात्मक घटनाओं के बारे में संकेत देता है। अर्थात घोड़े पर आगमन और नर वाहन से प्रस्थान देश दुनिया के लिए शुभ संकेत नहीं है।