हल्द्वानी खबर संसार। सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने कहा कि सरकार ने इन सभी उपनल हड़ताली worker की मांगों पर विचार करने के बजाए इन्हें खुले आसमान में कोरना की गिरफ्त में आने के लिए छोड़ दिया है।
सभी सरकारी अस्पतालों में कोरना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।उपनल workers के ना होने से अस्पतालों में भारी अनियमित्ता के चलते कोरोना से ग्रसित मरीज़ों को भारी दिक्कतों का सामना करना पर पड़ रहा मगर सरकार के मंत्री उपनल कर्मियों की हड़ताल के निदान खोज अस्पतालों में व्यवस्था सुचारु करने के बजाय सल्ट चुनाव को लेकर ज़्यादा चिन्तित नज़र आ रहे हैं,इससे सरकार की संवेदन हीनता का पता चलता है।
बल्यूटिया ने भाजपा सरकार को संवेदनहीन करार देते हुए कहा कि अगर सरकार में थोड़ी बहुत भी मानवता बची होती तो वह इन हड़ताली कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर उन्हें दोबारा से काम पर लौटने को कहती जिससे अस्पतालों में भर्ती कोरना समेत अन्य मरीजों की देखभाल हो पाती । लेकिन सरकार इन कर्मचारियों की ओर से मुंह मोड़े हुए हैं।
बल्यूटिया ने कहा कि कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जो सत्ता में आने पर इन उपनल कर्मियों की व्यावहारिक माँगो का समाधान कर सकती है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने के बाद इन सभी कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा और जो भी संभव होगा वह किया जाएगा उन्होंने कहा कि सरकार आने पर वह सरकार से उपनल कर्मियों मानदेय को दुगना करने की भी सिफारिश करेंगे।
प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वह कोरोना मरीजो के जीवन के साथ खिलवाड़ न करें। हड़ताली कर्मचारी कोरोना के साए में प्रदर्शन कर रहे हैं। इन सभी पर कोरोना का ख़तरा मंडरा रहा है। वही अस्पतालों में भी कोरोना के मरीजों की हड़ताल की वजह से देखभाल भी नही हो पा रही है। कई तरह की जांचे एवम अल्ट्रासाउंड रुके हुए हैं। सफाई व्यवस्था भीं चरमरा चुकी है।
बल्यूटिया ने कहा कि सरकार के अड़ियल रवैये की वजह से हड़ताली कर्मचारियों के साथ ही असपतालो में भर्ती मरीज भी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।
वही सरकार कुम्भकर्णी नींद में सोई हुई है।
दीपक बल्यूटिया ने कहा कि इस अहंकारी सरकार की उल्टी गिनती सल्ट चुनाव के परिणाम आने से शुरू हो जाएगी।
दीपक बल्यूटिया ने महामहिम राज्यपाल उत्तराखण्ड महोदय श्रीमती बेबी रानी मोर्या से प्रदेश में कोरोना काल में चरमराई चिकित्सीय व्यवस्था को देखते हुए उपनल कर्मियों की समस्याओं के निदान व स्वास्थ सेवाओं को बहाल करने के लिए हस्तक्षेप करने की माँग की।