खबर संसार ,नई दिल्ली: हनुमानजी ही एकमात्र ऐसे देवता हैं, जिनकी भक्ति से हर तरह के संकट तुरंत ही हल हो जाते हैं और यह एक चमत्कारिक सत्य है। Hanuman Jayanti 27 अप्रैल मंगलवर को मनाई जाएगी। Hanuman Jayanti के दिन हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और हनुमान आरती का पाठ करना शुभ माना जाता है।
Hanuman Jayanti पर भगवान हनुमानजी की पूजा-आराधना व उपवास जरूर करना चाहिए। इस विशेष अवसर पर हनुमान मंदिर जाकर बजरंगबली के दर्शन करते हुए उनकी प्रिय चीजों को उन्हें अवश्य ही अर्पित भोग लगाना चाहिए। हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और हनुमान आरती का पाठ करना विशेष रूप से शुभ गया है।
अशुभ ग्रह भी हो जाते हैं शांत
जिन लोगों की कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में हैं या फिर शनि की साढ़े साती चल रही है, उन लोगों को हनुमान जी की पूजा विधि पूर्वक करना चाहिए। इनकी पूजा जीवन में मंगल ही लेकर आती हैं।
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हनुमान चालीसा में 40 छंद हैं, जिसके कारण इसको चालीसा कहा जाता है। यदि कोई भी इसका पाठ करता है तो उसे चालीसा पाठ कहा जाता है। आज के इस भागमभाग जिंदगी में हनुमान चालीसा ही एक ऐसा पाठ है जिसे तुरंत ही आसानी से पढ़ा जा सकता है, लेकिन उसके लिए हनुमानजी की भक्ति होना जरूरी है।
हनुमान चालीसा का महत्व
हिंदू धर्म में हनुमान चालीसा का बड़ा ही महत्व है। इस चालीसा को पढ़ते रहने से व्यक्ति के मन में साहस, आत्मविश्वास और पराक्रम का संचार होता है। इसके कारण ही वह संसार पर विजय प्राप्त कर लेता है। हनुमान जी का जन्म सूर्योदय के समय हुआ था, इसलिए Hanuman Jayanti के दिन ब्रह्म मुहूर्त में पूजा करना अच्छा माना गया है
Hanuman Jayanti, पूजा शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- प्रातरू 04ः06 से 04ः50 तक।
अभिजीत मुहूर्त- 11ः40 से 12ः33 तक।
अमृत काल- 12ः26 से 01ः50 तक।
विजय मुहूर्त- 02ः17 से 03ः09 तक।
गोधूलि मुहूर्त- 06ः26 से 06ः49 तक।
त्रिपुष्कर योग- 05ः14 से 05ः33 तक।
निशिता मुहूर्त- रात्रि 11ः44 से 12ः28 तक।