खबर संसार हल्द्वानी.हिमालय संगीत शोध समिति चौथे चरण की होली का शुभारम्भ. जी हा हिमालय संगीत शोध समिति ने रंग पड़ने के साथ ही चौथे और अन्तिम चरण की होली का शुभारम्भ कर दिया। जे.के.पुरम् मुखानी स्थिति संगीत प्रशिक्षण केन्द्र में होल्यारों व प्रशिक्षकों ने शानदार प्रस्तुतियां देते हुए मन मोह लिया। पौष के प्रथम रविवार से आरम्भ की गई होली को अब इसके अन्तिम चरण में आते ही समिति से जुड़े सारे कलाकार एकसाथ जुट चुके हैं
हिमालय संगीत शोध समिति चौथे चरण की होली का शुभारम्भ
चौथे चरण की होली का शुभारंभ संगीतज्ञ डा. पंकज उप्रेती, आचार्य धीरज, उप्रेती, निरंजन भट्ट, पूरन तिवारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। संचालन भुवनेश विराट ने किया।मंचीय प्रस्तुति में अवनि, प्रसिद्धि, व साथियों ने होली नृत्य ‘होली खेलत नन्दलाल’ का मंचन किया। उन्नति भट्ट, कोमल, आरोही व साथियों ने ‘लाओ जी केसर रंग भर पिचकारी’ नृत्यगीत की प्रस्तुति दी। दिव्या जोशी ने ‘होली आई रे, प्रियांशी शर्मा ने ‘हरी भरी मटकी जैसो’ में एकल नृत्य प्रस्तुति दी। इसी क्रम में आरोही भट्ट ने तेरे रंग में, कोमल किमोटी ने मोहे रंग दे लाल, अनुज्ञा ने गोकुल गांव की गलियों में गीत पर एकल नृत्य की प्रस्तुति दी।अंकित नारियाल,
हरजस सिंह व साथियों ने प्रस्तुति दी- ” मिथिला में राम खेलें होरी” गौरांगी, शिवांग पंत, साक्षी, रिदम व साथियों ने प्रस्तुति दी- “मुझे मिल गया नंद का लाल” इस अवसर पर श्रीमती लीला शर्मा, श्रीमती गीता उप्रेती, मोनिका भट्ट, श्रीमती आरती उप्रेती, नीलम जोशी, भगवती जोशी, प्रेमा भट्ट, मोनिका पाठक, अवंतिका राना, पुष्पा त्रिपाठी, किरन बिष्ट, शुभम मठपाल, पंकज जोशी, कार्तिक जोशी, कन्हैयालाल गुप्ता, केडी त्रिपाठी, आदि उपस्थित थे।