भारत द्वारा घोषित आतंकवादी और सिख्स फॉर जस्टिस का जनरल काउंसिल गुरपतवंत पन्नून ने घोषणा की है कि वह लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन में शामिल विद्रोहियों को कानूनी सहायता में 10 लाख रुपये प्रदान करेंगे। पन्नू ने कहा कि 13 दिसंबर को संसद हिल गई थी और खालिस्तान जनमत संग्रह के लिए मतदाता पंजीकरण की शुरुआत के साथ भी हिलती रहेगी।
पन्नून की घोषणा कल लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन के बीच आई है। गौरतलब है कि एक बड़ी सुरक्षा चूक में दो घुसपैठिए, सागर शर्मा और मनोरंजन, पीला धुंआ छोड़ते हुए कनस्तर लेकर दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूद गए। बाद में उन्हें संसद सदस्यों द्वारा पकड़कर सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया गया था।
गुरपतवंत सिंह पन्नून ने संसद पर हमला करने की दी थी धमकी
इसके साथ ही, संसद के बाहर दो प्रदर्शनकारियों, नीलम (42) और अमोल (25) ने अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान एक ही रंग के गैस कनस्तरों का इस्तेमाल किया। बाद में सभी चार व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया। संयोग से यह घुसपैठ गुरपतवंत सिंह पन्नून द्वारा कथित तौर पर 13 दिसंबर या उससे पहले भारतीय संसद पर हमला करने की धमकी जारी करने के कुछ दिनों बाद हुई।
हालांकि, अब तक, बुधवार की घटना और इस महीने पन्नून की पहले की धमकी के बीच कोई स्थापित संबंध नहीं है।खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा था कि मेरी हत्या करने की कोशिश की गई, जो नाकाम हुई।
13 दिसंबर को संसद भवन पर हमला करके मैं इसका जवाब दूंगा। पन्नू ने ये धमकी अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से भारत पर लगाए गए गंभीर आरोप के बाद दी। वीडियो में पन्नू ने संसद भवन पर हमले के दोषी अफजल गुरु के साथ वाला एक पोस्टर भी जारी किया है, जिसमें लिखा दिल्ली बनेगा पाकिस्तान।
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