राजस्थान में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी को बीजेपी का राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि चुनाव आते ही केंद्रीय एजेंसियां बीजेपी की असली ‘पन्ना प्रमुख’ बन जाती हैं।
परीक्षा पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय राजस्थान में लगभग एक दर्जन स्थानों पर तलाशी ले रहा है, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं के आवास भी शामिल हैं।
एजेंसी ने मामले के सिलसिले में पिछले हफ्ते इसी तरह की छापेमारी की थी और 12 लाख रुपये नकद और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए थे।
वहीं, एजेंसी ने फेमा मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को भी शुक्रवार को जयपुर या नई दिल्ली स्थित एजेंसी के कार्यालय में बुलाया है।
राजस्थान के सीएम अशोक गेहलोत के बेटे वैभव गेहलोत को समन भेजा है
कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने राजस्थान के सीएम अशोक गेहलोत के बेटे वैभव गेहलोत को समन भेजा है। ईडी की चुनौती पर वैभव ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत की।
उन्होंने कहा, ”यहां तक कि जब 12 साल पहले ईडी ने मुझे बुलाया था, तब भी हमने उनके साथ सहयोग किया था और उनके कॉल का जवाब दिया था। इस बार भी हमें डर था कि चुनाव के दौरान हमें बुलाया जाएगा और इस बार हम उनकी चुनौती का जवाब देंगे।’
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा) के कथित उल्लंघन से संबंधित एक मामले में पूछताछ के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को तलब किया है।
वैभव गहलोत को शुक्रवार को जयपुर या दिल्ली में ईडी के दफ्तर में पेश होने के लिए कहा गया है। इस समन का संबंध राजस्थान टूरिज्म से जुड़े समूह ‘ट्राइटन होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड’, ‘वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड’ और इसके निदेशकों और प्रमोटर के खिलाफ मारे गए छापों से है।
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