पाकिस्तान ने अपने सैन्य ढाँचे में बड़ा बदलाव करते हुए चीफ ऑफ डिफेन्स फोर्सेज़ (CDF) का नया पद बनाया है। इस पद पर पहली नियुक्ति मिली है जनरल आसिम मुनीर को, जो पहले से ही चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) का पद संभाल रहे हैं। इस तरह अब पाकिस्तान की थलसेना, नौसेना, वायुसेना और परमाणु क्षमता—सबका शीर्ष नियंत्रण एक ही व्यक्ति के हाथ में आ गया है।
भारत के खिलाफ विनाशकारी प्रतिक्रिया की चेतावनी
GHQ में पहली संबोधन के दौरान मुनीर ने भारत को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भारत ने कोई आक्रामक कदम उठाया तो पाकिस्तान “पहले से कहीं अधिक कठोर और विनाशकारी” प्रतिक्रिया देगा। इससे पहले भी वह कह चुके हैं कि पाकिस्तान पर अस्तित्व का संकट आने पर जवाब “अभूतपूर्व” होगा। मुनीर का यह नया बयान केवल औपचारिक सैन्य टिप्पणी नहीं माना जा रहा, क्योंकि अब उनके हाथों में सभी सैन्य शाखाओं के साथ-साथ परमाणु क्षमता का भी नियंत्रण है।
क्या यह चेतावनी पाकिस्तान की राजनीतिक उथल-पुथल छिपाने की कोशिश?
विशेषज्ञों के अनुसार मुनीर का यह बयान वास्तविक स्थिति बदलने के बजाय पाकिस्तान की घरेलू अस्थिरता का ध्यान हटाने की कोशिश है। आर्थिक संकट, महंगाई और राजनीतिक तनाव से जूझते पाकिस्तान में भारत-विरोधी रुख अपनाना सेना का पुराना तरीका रहा है।
भारत की आधुनिक सैन्य क्षमता के सामने चेतावनी खोखली
आज भारत न केवल आर्थिक तौर पर बल्कि सामरिक और तकनीकी रूप से भी बेहद मजबूत स्थिति में है। आधुनिक मिसाइल प्रणाली, सटीक हथियार, तेज़ प्रतिक्रिया क्षमता और उन्नत निगरानी तकनीक के साथ भारतीय सेना किसी भी उकसावे का कठोर और निर्णायक जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। विशेष रूप से आतंकवाद या सीमा पर किसी भी प्रकार के प्रॉक्सी ऐक्शन पर भारत की प्रतिक्रिया अब सीमित नहीं बल्कि घातक और गहराई तक पहुँचने वाली होती है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय का झुकाव भारत की ओर
दुनिया अब पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और राजनीतिक अस्थिरता को समझती है। ऐसे में संघर्ष की स्थिति बनी तो वैश्विक समर्थन स्पष्ट रूप से भारत के हिस्से में जाएगा। यही कारण है कि मुनीर की चेतावनी न केवल अव्यावहारिक लगती है बल्कि पाकिस्तान की कूटनीतिक स्थिति को और कमजोर करती है। भारत सदैव शांति और स्थिरता का पक्षधर रहा है, पर इसे कमजोरी समझना पाकिस्तान के लिए भारी पड़ सकता है। यदि पाकिस्तान किसी भी स्तर पर दुस्साहस दिखाता है, तो भारतीय सेना का जवाब पहले से कहीं अधिक भयावह और निश्चित रूप से निर्णायक होगा।
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