इस्लामाबाद, खबर संसार। क्वेटा में विद्रोहियों ने चीन के राजदूत को निशाना बनाते हुए एक होटल (hotel) को विस्फोटकों से उड़ा दिया। विद्रोहियों को सूचना मिली थी की चीनी राजदूत क्वेटा के सेरेना होटल में ठहरे हुए हैं।
हालांकि, हमले के समय वे इस होटल (hotel) में मौजूद नहीं थे। बताया जा रहा है कि इस धमाके में कम से कम पांच लोगों की मौत हुई है, जबकि 12 से अधिक लोग घायल हैं।
चीन की बढ़ती दखलअंदाजी से गुस्साए है विद्रोही
बता दें कि पाकिस्तान में चीन की बढ़ती दखलअंदाजी से गुस्साए विद्रोही लगातार हमलों को अंजाम दे रहे हैं। क्वेटा पुलिस के डीआईजी अजहर इकराम ने कहा कि विस्फोटक को एक कार में रखा गया था। मरने वालों में होटल (hotel) के बाहर तैनात एक पुलिसकर्मी भी शामिल है।
इसे भी पढ़े- कोरोना वैक्सीनेशन – 18 साल से ऊपर वाले शनिवार से यहां करवाएं registration
रात को लगभग 10.45 बजे हुए इस हमले के बाद पुलिसकर्मियों ने पूरे इलाके को घेर लिया। बम निरोधक दस्ते के अनुसार, इस धमाके के लिए 80 से 90 किलोग्राम तक के विस्फोटकों को इस्तेमाल किया गया, जिसमें बॉल बेयरिंग और सी4 एक्सप्लोसिव शामिल थे।
घटना के कुछ समय बाद बलूचिस्तान के गृह मंत्री मीर जियाउल्लाह लैंगोव ने कहा कि इस क्षेत्र में आतंकवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। हमारे अपने लोग आतंकवाद के इन कामों में शामिल हैं। हमले से पहले कोई खतरे की सूचना नहीं थी। लैंगोव ने कहा कि विस्फोट होने के समय चीनी राजदूत होटल (hotel) में मौजूद नहीं था। उन्होंने बताया कि मैं अभी चीनी राजदूत से मिला हूं और वे सुरक्षित हैं।
पाकिस्तान ने बताया देश के दुश्मनों का हाथ
बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता लियाकत शाहवानी ने कहा कि घटना की उच्चस्तरीय जांच की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि इसमें शामिल लोग कानून की पकड़ से बच नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि इस धमाके के पीछे पाकिस्तान से दुश्मनों का हाथ है। क्वेटा के उपायुक्त औरंगजेब बादिनी ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की है।
इस हमले का शक उस इलाके में सक्रिय बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी पर जताया जा रहा है। इस संगठन ने पहले भी चीन के अधिकारियों और कर्मचारियों पर कई हमले किए हैं। पिछले साल कराची स्टॉक एक्सचेंज पर हुए हमले में भी इसी संगठन का हाथ बताया जाता है।