खबर संसार हल्द्वानी.MBPG में दिखा एक नए आगमन ,एक नई शुरुआत ,एक नई परंपरा ,एक नए उदभव का द्योतक. जी हा बसंत का मौसम कई तरह की प्रसन्नता एवं मनुहार इत्यादि का भाव लेकर हमारे बीच में हर वर्ष उपस्थित होता है ।बसंत ऋतु जिसे अंग्रेज़ी भाषा में स्प्रिंग कहते हैं एक नए आगमन ,एक नई शुरुआत ,एक नई परंपरा ,एक नए उदभव का द्योतक है ।सदियों से कवियों ने बसंत ऋतु का वर्णन अपने काव्यों में किया है अंग्रेजी के महान कवि सी शैली की पंक्तियाँ यदि पतझर है तो बसंत भी होगा जिसका अंग्रेज़ी मौलिक रूप” इफ विंटर कम्स कैन स्प्रिंग बी फ़ा आर बिहाइंड “ के रूप में है । इस वसंत ऋतु की महिमा का एक उदाहरण है इसी अंग्रेज़ी विभाग द्वारा पोइटिक स्प्रिंग ओपेन माइक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
एक नए आगमन ,एक नई शुरुआत ,एक नई परंपरा ,एक नए उदभव का द्योतक
इस ओपन माइक आयोजन में न केवल छात्रों अपितु प्राध्यापकों ने भी भर चढ़कर प्रतिभाग किया ख़ास तौर पर एक नए युग की कविता तथा उसकी सम सामान सम सामायिक था तथा ज्वलंत ता विशेष रूप से प्रतिभागियों में देखी गई ।प्रतिभागियों ने अपनी अपनी स्वरचित कविताएँ ,उक्तियाँ कहानियाँ एवं गीत प्रस्तुत किए भाषा का कोई बंधन न होने के कारण बड़ी बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं शोधार्थियों एवं प्राध्यापकों ने बढ़ चढ़कर अपनी अपनी भावनाओं को कविता के माध्यम से व्यक्त किया। कुशल संचालन भावेश पाठक द्वारा किया गया मुख्य अतिथि प्रोफ़ेसर प्राचार्य डॉक्टर एनएस बनकोटी ने इस तरह के आयोजन करने के लाभ बताएँ विभागाध्यक्ष अंग्रेज़ी प्रोफ़ेसर नीलोफर अख़्तर ने इस कार्यक्रम के औचित्य एवं इसकी प्रासंगिकता पर बल दिया दिनकर महाश्वेता देवी वर्ड्सवर्थ और कीट्स और शैली इन्हीं कार्यशालाओं से बनकर निकलते हैं।विशेष रूप से उर्वशी गुल नाज ,निर्मल मेहता ,संचिता ,रंजीत पूजा ,प्रखर आदि की रचनाओं को सराहना मिली कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर आभा त्रिपाठी ,डॉक्टर किरन ,डॉक्टर दीक्षा डॉक्टर प्रभा पन्त डॉक्टर नवल लोहनी डॉ चारु ढोंडियाल डॉ आशुतोष पाण्डेय, केमिस्ट्री प्रोफेसर सीएस नेगी द्वारा उत्साह वर्धन किया गया.