पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को कोर्ट से अब तक की सबसे बड़ी राहत मिली है। इससे पहले देश की शीर्ष अदालत ने कल शाम गिरफ्तारी को अवैध ठहराते हुए उन्हें रिहा करने का आदेश दिया। 70 वर्षीय नेता के वकीलों ने उनके खिलाफ सभी मामलों को एक ही मामले में जोड़ने के लिए याचिका दायर की है। इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट मामले में कोर्ट से जमानत मिल गई है। इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने 14 दिनों के लिए इमरान खान को जमानत दी है।
सभी मामलों से फौरी राहत
इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इमरान खान को 17 मई तक सभी केस में गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। इमरान के वकील ने कोर्ट को बताया कि उनके ऊपर 201 केस दर्ज किए जा चुके हैं। पीटीआई के ऊपर 650 एफआईआर 9 मई कि हिंसा को लेकर दर्ज किए गए हैं।
10 मामले में गिरफ्तारी वारंट तैयार
इमरान खान की गिरफ्तारी के लिए पंजाब पुलिस पहले इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर मौजूद है। डीआईजी पंजाब ने कहा है कि वो इमरान खान के खिलाफ कम से कम 10 मामलों में गिरफ्तार करने करने के लिए वहां आए हैं और उनके पास गिरफ्तारी का वारंट है। आपको बता दें कि इमरान खान के ऊपर देशभर में 121 मामले दर्ज हैं।
पीएम शहबाज की मीटिंग
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद की स्थिति पर चर्चा के लिए बैठक की अध्यक्षता की। महत्वपूर्ण संघीय मंत्रिमंडल की बैठक शुरू हो गई है जिसकी अध्यक्षता प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ कर रहे हैं। चर्चा हो रही है कि इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद क्या स्थिति पैदा हुई। कुछ बड़े फैसले की उम्मीद है।
क्या है अल-कादिर ट्रस्ट केस?
इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनके करीबी सहयोगी जुल्फिकार बुखारी और बाबर अवान ने अल-कादिर प्रोजेक्ट ट्रस्ट का गठन किया था। इस ट्रस्ट का उद्देश्य पंजाब के झेलम जिले की सोहावा तहसील में ‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा’ प्रदान करने के लिए अल-कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना करना था। दस्तावेजों में ट्रस्ट के कार्यालय का पता बनी गाला हाउस, इस्लामाबाद के रूप में उल्लेख किया गया है।
बुशरा बीबी ने बाद में 2019 में एक निजी रियल एस्टेट फर्म, बहरिया टाउन के साथ दान प्राप्त करने के लिए एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। ट्रस्ट ने अपने सौदे के हिस्से के रूप में बहरिया शहर से 458 कनाल, 4 मरला और 58 वर्ग फुट की भूमि प्राप्त की। हालांकि, आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह के अनुसार, इस 458 कनाल भूमि में से इमरान खान ने अपना हिस्सा तय किया और दान की गई 240 कनाल भूमि बुशरा बीबी की करीबी दोस्त फराह गोगी के नाम पर स्थानांतरित कर दी।
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