खबर संसार नई दिल्ली। प्राइवेट अस्पताल वैक्सीन के150 से ज्यादा लिए नहीं ले सकते । तब 25 परसेंट वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों को उपलब्ध कराई जाएगी। अन्य योजना को दीपावली यानी नवंबर तक बढ़ाया गया है। वैक्सीनेशन पर किसी तरह का भ्रम ना पाले। उक्त तमाम बातें आज मोदी ने मन की बात में कहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहां की अगर वैक्सीन नहीं होती तो सोचो क्या होता। पोलियो हेपेटाइटिस बी स्मॉल पॉक्स की वैक्सीन हो।कोरोना से लड़ाई में हमने कोई कसर नहीं छोड़ी। जिस तेज़ी रफ्तार से भारत का टीकाकरण अभियान चल रहा हैपहले विदेशों से वैक्सील आने में दशकों लग जाते थे। दूसरी लहर से लड़ाई जा रही है । गरीब और गरीब के बच्चों की भी चिंता है। भारत कैसे इतनी बड़ी आबादी को बचाएगा।
एक नहीं बल्कि दो-दो वैक्सीन लॉन्च की है भारत ने 1 साल में।
भारत ने दिखा दिया कि बड़े-बड़े देशों से पीछे नहीं है।
फंड की कोई कमी नहीं आने दी गई। नीति और मेहनत से अच्छे नतीजे आए। एक्सपर्ट द्वारा बच्चों के लिए चिंता जताई गई है। इसका ट्रायल भी तेजी से के साथ चल रहा है। आज तक 23 करोड़ लोगों वैक्सीन लग चुकी। डब्ल्यूएचओ ने वैक्सीनेशन के लिए गाइडलाइन रखी। क्या होता है अगर हमारे फ्रंट लाइन वर्कर को वैक्सीन नहीं लगी होती है तो क्या होता है। राज्यो को अधिकार दिए की वो अपने अनुसार लॉकडाउं न लगा सके।
1 मई से राज्यो को 25 प्रतिशत काम सौंपा गया। फिर कुछ राज्यो ने कहा केंद्र ही सब संभालें। केंद्र ने भी सोचा राज्यो के पास जो 25 प्रतिशत काम था उसको भी केंद्र सरकार निभाएंगी। साथ ही केंद्र सरकार ही राज्यो को वैक्सीन मुफ्त मुहैया कराएगी। ओर ये सुविधा 21 जून से केंद्र सरकार जिम्मेदारी लेंगी। करोना अभी गया नहीं हूं सावधान रहने की जरूरत है