खबर संसार, नई दिल्ली: 30 जून से शुरू होगी amaranaath yaatra, गुजरना होगा इस प्रोटोकाल से…, बीते दो वर्षों बाद एक बार फिर से अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है। श्रद्धालु एक बार फिर से बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेगे। ये यात्रा 30 जून 2022 से शुरू होगी, जो 43 दिनों तक चलेगी। जिसके बाद रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगी। इस बार amaranaath yaatra के दौरान कई प्रोटोकाल सहित काविड-19 प्रोटोकॉल का भी पालन करना होगा। इस बात की जानकारी जम्मू व कश्मीर के उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से दी गई है।
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मान्यता है कि इसी गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को अमर होने की कथा सुनाई थी। इस कथा को गुफा में मौजूद दो कबूतरों ने सुन लिया था। इस गुफा में हर साल प्राकृतिक रूप से शिवलिंग बनता है। इसके दर्शनों के लिए पूरे देश से लाखों लोग पहुंचते हैं। अमरनाथ गुफा कश्मीर घाटी के अनंतनाग जिले में व्याप्त हैं।
बहुत कठिन है amaranaath yaatra
amaranaath yaatra में गुफा तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को पहाड़ पर बने कठिन रास्तों से गुजरना होता है। बता दें कि अमरनाथ यात्रा करने से पहले से रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड यात्रा का प्रबंधन करता है। इसे 2000 में जम्मू और कश्मीर राज्य विधानमंडल के एक अधिनियम द्वारा गठित किया गया था। जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा ही इसके पदेन अध्यक्ष हैं।
यहां बताते चलें कि बीते दो वर्षों से काविड-19 की वजह से अमरनाथ स्थगित चल रही थाी। 2019 के अगस्त महीने में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने की वजह से अमरनाथ यात्रा को बीच में ही रद्द करना पड़ा था। बैठक के बाद मनोज सिन्हा ने ट्वीट किया, ”आज श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की। 43 दिवसीय पवित्र तीर्थयात्रा 30 जून को सभी कोविड प्रोटोकॉल के साथ शुरू होगी और परंपरा के अनुसार रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी। आगामी यात्रा पर भी हमने विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की।”