जी, हां आप ने पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई। जहां बीजेपी मेघालय और नागालैंड में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही है, जहां क्षेत्रीय दल बड़े खिलाड़ी बने हुए हैं।
वहीं वाम दलों और कांग्रेस और प्रद्योत देबबर्मा के नेतृत्व वाली टिपरा मोथा की संयुक्त ताकतों के खिलाफ तीन-तरफ़ा मुकाबले में त्रिपुरा को बनाए रखने की उम्मीद नजर आई। 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी एकता के आह्वान के बावजूद भाजपा की स्थिति बेहतर नजर आ रही है।
अभी के रूझानों के अनुसार वाम दलों और कांग्रेस की संयुक्त ताकतों के खिलाफ त्रिपुरा में सत्ता बरकरार रखने की उम्मीद कर रही है। टीआईपीआरए मोथा के उदय ने भगवा पार्टी के लिए एक और चुनौती पेश की है क्योंकि आदिवासी आबादी के एक बड़े वर्ग के बीच इसके संस्थापक प्रद्योत देबबर्मा के बोलबाला ने पारंपरिक गणनाओं को कुछ हद तक प्रभावित किया।
नगालैंड में बीजेपी-एनडीपीपी गठबंधन की वापसी तय
नगालैंड में बीजेपी-एनडीपीपी गठबंधन की सत्ता में वापसी होती दिख रही है। गठबंधन 32 सीटों पर आगे हैं। वहीं दो सीटों पर जीत हासित कर चुकी है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, बीजेपी त्रिपुरा में दोबारा सत्ता में लौटती नजर आ रही है। पार्टी बहुमत के लिए जरूरी 31 सीटों पर आगे नजर आ रही है।
जबकि सीपीआई (एम) 11 और टिपरा मोथा पार्टी 11 सीटों पर आगे चल रही है। मेघालय के चुनावी रुझानों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने सभी पार्टियों का खेल बिगाड़ दिया है। यहां 18 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे हैं, जिसके चलते किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है।
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