खबर संसार, नई दिल्ली: …जब शिष्य Bipin Rawat के निधन का समाचार सुन बहने लगी अश्रुधारा……, CDS जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकाॅप्टर हादसे में निधन की खबर सुनकर उनके गुरू रहे प्रो. हरबीर शर्मा बुरी तरह से विचलित हो उठे और उनकी आंखों से आंसू रूक नहीं रहे थे। उन्हें अपने जांबाज शिष्य Bipin Rawat पर बहुत ही गर्व था। बता दें कि उत्तर प्रदेश के मेरठ से वर्ष 2011 में सीडीएस विपिन रावत ने PHD की थी। प्रो. हरवीर शर्मा ने ही विपिन रावत को गाइड किया था।
जनरल Bipin Rawat ने शोध कार्य प्रो शर्मा के नेतृत्व में किया था
यहां बताते चलें कि जनरल Bipin Rawat ने सैन्य मीडिया रणनीतिक अध्ययन के अंतर्गत ‘कश्मीर घाटी का रणनीतिक मूल्यांकन‘ विषय पर अपना शोध कार्य प्रो शर्मा के नेतृत्व में किया था। देर शाम जनरल रावत के निधन की खबर ने 81 साल के प्रो शर्मा बुरी तरह विचलित कर दिया। उन्होंने बताया कि PHD के दौरान जनरल रावत दिल्ली मुख्यालय में मेजर जनरल के पद पर तैनात थे। आर्मी चीफ बनने के बाद वह उनके आमंत्रण पर उनसे मिलने दिल्ली गए थे। सीडीएस बनने के बाद भी अक्सर फोन पर जनरल रावत से उनकी बातचीत होती थी।
इतने बड़े औहदे पर होते हुये भी वह बेहद सादगी पसंद थे। प्रो. हरवीर शर्मा ने बताया कि शोध के दौरान उन्होंने कभी ये अहसास नहीं होने दिया कि वे इतने बड़े सैन्य अधिकारी हैं। स्टूडेंट की तरह सिर्फ सुनते रहते थे। और शोध कार्य के सिलसिले में उनका अकसर गुरु के घर आना जाना लगा रहता था।