ओला इलेक्ट्रिक ने एक बेहद खास इलेक्ट्रिक स्कूटर पेश किया है। इसके फिचर्स सभी को आश्चर्यचकित कर रहे हैं। इसका नाम Ola Solo है। इसके भारत का पहला ऑटोनॉमस इलेक्ट्रिक स्कूटर बताया जा रहा है। इसकी खासियत यह है कि इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस्ड फीचर्स दिए गए हैं।
यह आपके राइडिंग एक्सपीरियंस को काफी बैहतर बनाएगा। इसकी खास बात यह भी है कि यह अपने आप बैलेंस बनाता है और खुद दौड़ सकता है। इसे पूरी तरीके से स्मार्ट, सेफ और आरामदायक बनाने की कोशिश की गई है। इसमें सेल्फ चार्जिंग की सुविधा भी मौजूद है।
कंपनी ने दावा किया कि सोलो इलेक्ट्रिक स्कूटर के हार्डवेयर से लेकर सॉफ्टवेयर तक हर घटक का ‘विचार, नवप्रवर्तन और निर्माण’ घर में ही किया गया है। हालाँकि इस बिंदु पर सटीक लॉन्च समयरेखा स्पष्ट नहीं है, ओला सोलो निजी व्यक्तियों के साथ-साथ राइड-हेलिंग प्लेटफार्मों द्वारा उपयोग के लिए उपलब्ध होगा।
इन-हाउस विकसित चिप LMAO9000 द्वारा संचालित है
ओला ने दावा किया कि सोलो रीयल-टाइम ट्रैफ़िक डेटा का विश्लेषण करने के लिए एक इन-हाउस विकसित चिप LMAO9000 द्वारा संचालित है और इसमें सेकेंड-सेकंड निर्णय लेने के लिए Quickie.AI तकनीक है। इसमें बैटरी चार्ज कम होने पर निकटतम हाइपरचार्जर ढूंढने के लिए जूस-अप सुविधा और हर सवारी से सीखने के लिए जू-गार्ड अनुकूली एल्गोरिदम भी है।
ओला सोलो की दावा की गई फीचर सूची यहीं खत्म नहीं होती है। यह 22 भाषाओं में ग्राहक-स्कूटर के बीच बातचीत की अनुमति दे सकता है और इसमें बेहतर सुरक्षा के लिए चेहरे की पहचान प्रणाली और हेलमेट सक्रियण है। स्वायत्त इलेक्ट्रिक स्कूटर अन्य वाहनों से भी बात कर सकता है और संभावित खतरों या आने वाले मोड़ों के बारे में सवारों को सचेत करने के लिए सीट कंपन को सक्रिय कर सकता है।
स्वायत्त सवारी को सक्षम करने के लिए, ओला सोलो इलेक्ट्रिक स्कूटर LiDAR (लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग) और RADAR (रेडियो डिटेक्शन एंड रेंजिंग) सिस्टम से लैस है। इसमें स्वायत्त सवारी में सहायता के लिए उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरा सिस्टम, अल्ट्रासोनिक सेंसर और जीपीएस नेविगेशन भी है।
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