आर्यन खान मामले में एनसीबी के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं। सीबीआई ने मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड (एनसीबी) के एक पूर्व जोन निदेशक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। इसमें समीर वानखेड़े पर अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के बदले में 25 करोड़ की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया था।
एफआईआर कॉपी के मुताबिक गोसावी ने आर्यन खान मामले में समीर वानखेड़े के कहने पर 25 करोड़ की मांग की थी। इस रकम के बदले में आर्यन खान को भरोसा दिलाया गया था कि वह ड्रग मामले में शामिल नहीं होंगे।
गोसावी ने वानखेड़े के साथ डील की
प्राथमिकी प्रति के अनुसार, समीर वानखेड़े ने गोसावी को सौदे के वित्तपोषण पर पूर्ण स्वतंत्रता दी थी। गोसावी ने 18 करोड़ में डील पक्की की। साथ ही गोसावी ने 50 लाख रुपए एडवांस भी ले लिए।
एफआई के मुताबिक समीर वानखेड़े ने जांच के तहत विदेश यात्रा के बारे में विश्वसनीय जानकारी नहीं दी। उन्होंने अपनी महंगी घड़ियों और कपड़ों के बारे में भी बात नहीं की। प्राथमिकी में समीर वानखेड़े की आय से अधिक संपत्ति का भी जिक्र है।
सीबीआई ने वानखेड़े के घर में छापेमारी की
समीर वानखेड़े के खिलाफ एक बड़े अभियान के तहत 12 मई को सीबीआई ने उनके परिसरों पर छापा मारा। सीबीआई की टीम ने वानखेड़े से उनके मुंबई स्थित घर पर 13 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। वानखेड़े के पिता, ससुर और बहन के घर भी सीबीआई के अधिकारी पहुंचे।
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