नयी दिल्ली, खबर संसार। श्रीलंका इस समय सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है और ऐसे में bangladesh में भी चिंता बढ़ गई है। क्योंकि बांग्लादेश भी श्रीलंका की राह में आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
दोनों मुल्कों ने चीन से भारी कर्जा ले रखा है और तो और बांग्लादेश की मुद्रा में भी काफी गिरावट दर्ज की गई है। यह तो सभी जानते ही हैं कि श्रीलंका की मौजूदा परिस्थिति के लिए भारी कर्जा भी जिम्मेदार है।
बांग्लादेशी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़, bangladesh में जिस तेज़ी के साथ आयात ख़र्च बढ़ा है उस हिसाब से निर्यात से होने वाली आमदनी में बढ़ोतरी नहीं देखी गई है।
इस वजह से व्यापार घाटा बढ़ा है और विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव की आशंका है। कहा जा रहा है कि पिछले कुछ वक़्त से व्यापार घाटा धीरे-धीरे बढ़ रहा है। जिसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है।
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विदेशी मुद्रा भंडार की कमी ?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश के पास अभी 42 अरब अमेरिकी डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है मगर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) लगातार बांग्लादेश को इसकी सही गणना करने के लिए कह रहा है और अगर बांग्लादेश ने विदेशी मुद्रा भंडार की सही गणना की तो माना जा रहा है कि 7 अरब अमेरिकी डॉलर की कमी हो सकती है।
इसी बीच विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमिन ने बांग्लादेश की तुलना श्रीलंका से नहीं करने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की आमदनी का मुख्य आधार पर्यटन है और इस पर कोरोना महामारी के दौरान बहुत खराब असर पड़ा है।
जबकि बांग्लादेश की विदेशी मुद्रा की आमदमी का मुख्य आधार निर्यात और विदेशों में रहने वाले बांग्लादेशियों की तरफ से भेजा गया पैसा है। जिसकी वजह से विदेशी मुद्रा की आज काफी ज्यादा बढ़ी है।
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