खबर संसार देहरादून.2024 में उत्तराखंड पुलिस को देश में टॉप-फाइव पर पहुंचाना हमारा लक्ष् है। और इसके लिए हमने तेज़ी के साथ प्रयास शुरू कर दिए हैं। युक्त बात डी जी पी अभिनव कुमार ने प्रेस से बात में कही. साथ ही उन्होंने कहा हमने विभिन्न अपराधों के खुलासे और रिकवरी सहित तमाम क्षेत्रों में पुलिस को अव्वल बनाने का भी संकल्प लिया है। उन्होंने साइबर क्राइम रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग देने पर भी जोर दिया।
डीजीपी बोले 2024 में उत्तराखंड पुलिस को देश में टॉप-फाइव पर पहुंचाना हमारा लक्ष्य
उन्होने कहा क्राइम पर लगाम लगाना हमारी प्राथमिकता है। जहां तक ट्रैफिक सुधार की बात है तो सिर्फ डंडे या चालान के बल पर ऐसा नहीं कियाजा सकता है। इसके लिए इंजीनियरिंग यानी सड़क, इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास जैसे-फ्लाईओवर व एजुकेशन यानी जागरूकता भी जरूरी हैं क्यों कि,ट्रिपल-ई ट्रैफिक प्रबंधन का सबसे हिट फॉर्मूला है।
डीजीपी ने कहा कि हर छोटी-बड़ी शिकायत पुलिस मुख्यालय में आना पुलिसिंग के हिसाब से अच्छा नहीं। फरियादियों को अब मुख्यालय आने की जरूरत नहीं है। जिला-रेंज स्तर पर ही शिकायतें सुनी जाएंगी और उनका निस्तारण भी होगा। मुख्यालय रेंज या जिलों के काम में अनावश्यक दखल भी नहीं देगा। मुख्यालय के अफसर केवल रणनीति, दिशा-निर्देश और बेहतर पुलिसिंग का प्लान तैयार करेंगे। वार्ता के दौरान एडीजी-प्रशासन अमित सिन्हा ने बताया कि जल्द ही सभी थाना-चौकियों और कार्यालयों को पेपरलैस किया जाना बड़ा लक्ष्य है।
उन्होंने कहा मेरा वादा, अपराधी कितना भी रसूखदार हो, जेल जाएगा.डीजीपी ने कहा कि अक्सर आरोप लगते हैं कि अपराधी रसूखदार थे तो पुलिस ने बचा लिया। यह आरोप बेबुनियाद हैं। मेरा वादा है कि कोई अपराधी कितना ही रसूखदार हो, पुख्ता सबूत मिले तो सीधे जेल जाएगा। उसे कोई बचा नहीं सकता।डीजीपी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए एसडीआरएफ को और मजबूत करने को भी प्राथमिकता बताया।भर्तियों में इस वर्ष लागू होगी वेटिंग सुविधा तथा पुलिस में इस साल रिक्त पदों पर जल्द भर्तियां कराना भी हमारा लक्ष्य है। अक्सर यह देखा गया है कि भर्तियों में लंबा समय लग रहा है।