तेज तूफान मे रातभर मचाया कोहराम, बिजली व गिरे ओले, 34 की मौत जी, हां पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश में भारी बारिश, बिजली और तेज हवाओं के साथ आए शक्तिशाली तूफान ने 34 लोगों की जान ले ली है। अचानक और तीव्र मौसम ने कई जिलों में तबाही मचा दी है। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में कासगंज और फतेहपुर शामिल हैं, जहाँ तूफान से संबंधित घटनाओं के कारण पाँच-पाँच लोगों की जान चली गई।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश मौतें ढाँचे ढहने, पेड़ गिरने और बिजली गिरने के कारण हुईं। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में बुधवार को अचानक आए आंधी तूफान के दौरान झोपड़ी गिरने से 45 वर्षीय महिला की मौत हो गई।
नोएडा में आंधी और बारिश के कारण दो वर्षीय बच्चे समेत तीन लोगों की मौत
गौतम बुद्ध नगर जिले में बुधवार को आंधी और तेज बारिश के कारण दो वर्षीय बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि आंधी के कारण नोएडा में घंटों तक बिजली आपूर्ति बाधित रही और सड़क पर पेड़ों, बिजली के खंभों एवं मोबाइल फोन के टावर गिरने के कारण कई जगहों पर यातायात बाधित हुआ। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि आंधी के कारण सूरजपुर थाना क्षेत्र के ओमीक्रॉन तीन सेक्टर में स्थित ‘मिगसन अल्टिमो सोसाइटी’ में 22वीं मंजिल पर रखी लोहे की एक ग्रिल गिरने से पार्क में टहल रहीं सुनीता नाम की 50 वर्षीय एक महिला और दो वर्षीय उनके नाती की मौत हो गई।
योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को राहत कार्य करने के निर्देश दिए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित जिलों के अधिकारियों को तूफान, बारिश और ओलावृष्टि के मद्देनजर पूरी तत्परता से राहत कार्य करने का निर्देश दिया, एक विज्ञप्ति के अनुसार। सीएम ने कहा कि अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करें, सर्वेक्षण करें और राहत प्रयासों की बारीकी से निगरानी करें। आकाशीय बिजली, तूफान या बारिश से संबंधित आपदाओं के कारण मानव या पशु जीवन की हानि के मामलों में, प्रभावित परिवारों को राहत राशि का तत्काल वितरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
घायलों को उचित चिकित्सा प्रदान की जानी चाहिए। अधिकारियों को सर्वेक्षण के माध्यम से फसल के नुकसान का आकलन करने और सरकार को रिपोर्ट भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। उन्होंने आगे निर्देश दिया कि जलभराव की स्थिति में, जल निकासी की उचित व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जानी चाहिए।
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