सिडनी, खबर संसार। पांच-पांच घायल क्रिकेटर्स वाली टीम इंडिया (India) ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में ऐसा मजा चखाया कि फैंस बेहद भावुक हो गए। शेरों नेे घायल होतेे हुए भी कंगारुओं को दांत खटटे कर दिए।
कमेंट्री कर रहे पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ऑन-एयर ही रो पड़े। वो लम्हा ही ऐसा था। जब हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का हर हमला नाकाम कर दिया तो उनके पास हाथ मिलाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा।
मैच भले ही ड्रॉ रहा मगर यह जीत थी भारतीय (India) क्रिकेट टीम की जीवटता की। यह जीत साबित हुई उस जज्बे की जो विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में लड़ाई से से हार नहीं मानता। वो जज्बा जो भारत के इन क्रिकेटर्स में कूट-कूटकर भरा है और जिसे कोई स्लेजिंग डिगा नहीं सकती।
टिम पेन को अश्विन ने दिया करारा जवाब
भारत (India) का स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 319 रन था। नाथन लायन समेत ऑस्ट्रेलिया के सारे गेंदबाज इस कोशिश में थे कि रवि अश्विन और हनुमा विहारी में से किसी एक को पवेलियन भेजा जाए। मगर दोनों ने क्रीज पर ऐसा खूंटा गाड़ रखा था कि ऑस्ट्रेलियाई परेशान हो गए। फिर कंगारुओं ने माइंड गेम खेलना शुरू कर दिया।
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विकेटों के पीछे से ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने अश्विन का ध्यान भंग करने की कोशिश की मगर जवाब ऐसा मिला कि बेचारे कुछ ठीक से कह न सके। दरअसल पेन ने अश्विन से कहा कि ‘अब गाबा टेस्ट के लिए और इंतजार नहीं होता।’ अगला टेस्ट ब्रिस्बन के गाबा में ही होना है। इसपर अश्विन ने कहा कि ‘तुम्हें भारत में देखने का इंतजार रहेगा। वह तुम्हारी आखिरी सीरीज होगी।’ इसके बाद पेन कुछ पल के लिए सकपका गए। इसके बाद उन्होंने अश्विन के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया।
मैथ्यू वेड की वो शर्मनाक हरकत…
पेन ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया के लगभग हर खिलाड़ी ने अश्विन और विहारी को परेशान करने की कोशिश की। शॉर्ट-लेग पर खड़े मैथ्यू वेड की तरफ जब अश्विन ने एक गेंद खेली तो वह कुछ इस तरह से स्पिनर की तरफ दौड़े जैसे उन्हें डराना चाहते हों। इसपर ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर्स ने शर्मनाक तरीके से वेड का उत्साह बढ़ाया। फिर वेड ने इस तरह ऐक्टिंग की कि उन्हें चोट लग गई है। असल में वह अश्विन का मजाक उड़ा रहे थे जिन्हें पैट कमिंस की गेंद पर पसलियों में चोट लग गई थी।
नहीं काम आई कंगारुओं की एक भी चाल
अश्विन और विहारी के आगे कंगारुओं की एक न चली। दोनों ने मिलकर मैच ड्रॉ करा लिया। आखिरी दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने पांच विकेट खोकर 334 रन बनाए। दिन का खेल खत्म होने में एक ओवर का खेल बचा था। दोनों टीमों ने आपसी सहमति से इसे न खेलने का फैसला किया।