जी, हां पाकिस्तान इन दिनों मिस्र और चीन के साथ युद्धाभ्यास कर रहा है। इन दो युद्धाभ्यासों से पाकिस्तान के तेवर बदले बदले लग रहे हैं। वह इस बात को भूल गया है कि वह फ़िलहाल आर्थिक कंगाली की मार झेल रहा है। पाकिस्तान इसे खुद को दुर्जेय वायु सेना के रूप में उभरने की दिशा में मील का पत्थर बता रहा है।
दुनिया न्यूज चैनल की वेवसाइट ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि युद्धाभ्यास में पाकिस्तान वायुसेना के प्रमुख लड़ाकू विमान, जे-10 सी और जेएफ-17, लड़ाकू पायलट, वायु रक्षा नियंत्रक और तकनीकी ग्राउंड सदस्य इसमें शामिल हैं, जो चीन में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी वायु सेना की तरफ से आयोजित शाहीन-एक्स द्विपक्षीय वायु अभ्यास में लगे हुए हैं।
मिस्र में आयोजित ब्राइट स्टार एयर एक्सरसाइज भी कर रहा
इसके साथ ही मिस्र में आयोजित ब्राइट स्टार एयर एक्सरसाइज में भी पाकिस्तान वायुसेना के प्रमुख लड़ाकू विमान अपना दम दिखा रहे हैं। गौरतलब है कि चीन-पाकिस्तान का संयुक्त वार्षिक हवाई अभ्यास शाहीन-एक्स उत्तर पश्चिमी चीनी शहरों जिउक्वान और यिनचुआन में चल रहा है। इसमें हवाई और जमीनी दल साथ में भाग ले रहे हैं। अगस्त में शुरू हुआ यह अभ्यास सितंबर के मध्य यानी अब खत्म होने वाला है। बता दें कि चीन और पाकिस्तान की एयरफोर्स 2011 से शाहीन संयुक्त अभ्यास करती आ रही हैं, जिसकी मेजबानी चीन और पाकिस्तान दोनों अपनी-अपनी बारी पर करते रहते हैं।
क्या है इस युद्धाभ्यास का मकसद
इन युद्धाभ्यासों को लेकर पाकिस्तान एयरफोर्स की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस अभ्यास का उद्देश्य क्षेत्र में रणनीतिक सहयोगियों के बीच हवाई युद्ध की तैयारी और तालमेल को बढ़ाना है। इसके साथ ही चीन में शाहीन-एक्स अभ्यास और मिस्र में ब्राइट स्टार एयर अभ्यास पाकिस्तान एयरफोर्स (पीएएफ) को अपने परिचालन अनुभव को बढ़ाने और दुनिया भर के सम्मानित समकक्षों के साथ ज्ञान का आदान-प्रदान करने के लिए अमूल्य अवसर प्रदान करते हैं।
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