खबर संसार देहरादून। तो प्रदेश में हरियाणा की तर्ज पर शिक्षा में तबादला नीति मॉडल अपनाया जाएगा!जिससे पैसे का खेल बंद हो सके। जी हा हरियाणा की तर्ज पर तैयार की जा रही तबादला नीति का नया ड्राफ्ट शिक्षा विभाग ने राज्य सरकार को सौंप दिया है। माना जा रहा है इससे शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाने में मदद मिलेंगी।क्योंकि जगजाहिर हैं कि शिक्षको के तबादले और मनचाही पोस्टिंग में पैसे का जमकर खैला होता है
तो प्रदेश में हरियाणा की तर्ज पर शिक्षा में तबादला नीति मॉडल से शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार पर लगेगी लगाम!
शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने बताया कि शिक्षकों की सुविधा के लिए तबादला नीति को तैयार किया जा रहा है। कोशिश की जा रही है कि प्रत्येक शिक्षक को राज्य के प्रत्येक क्षेत्र में सेवा का मौका मिले। तबादला प्रक्रिया पूर्णतऑनलाइन होगी। अनिवार्य तबादले शिक्षक की मैदानी और पर्वतीय क्षेत्र में की गई सेवा के आधार पर किए जाएंगे।बताए चले कि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के तबादले के लिए शिक्षा विभाग ने राज्य को तीन जोन में बांटने का प्रस्ताव दिया है। जिसमे अतिदुर्गम क्षेत्र के रूप में चिह्नित एचएच श्रेणी में उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर को रखा गया है। निम्न पर्वतीय क्षेत्र में टिहरी, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा शामिल होंगे। हरिद्वार और यूएसनगर पूर्ण सुगम श्रेणी में पी में रहेंगे। प्रदेश के बाकी जिलों और कुछ आंशिक क्षेत्र निम्न पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में प्रस्तावित हैं।
डीजी शिक्षा बंशीधर तिवारी ने बताया कि हरियाणा की तर्ज पर तैयार की जा रही तबादला नीति का नया ड्राफ्ट शिक्षा विभाग ने सरकार को सौंप दिया है। कार्मिक विभाग इसका अध्ययन कर रहा है। साथ ही श्री तिवारी ने बताया कि नए तबादला नीति को तबादला कानून के अधीन रखने हुए लागू करने की संस्तुति की गई है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार पहाड़ और मैदान के तीनों जोन को आठ सब जोन में बांटा गया है। हर जोन के लिए न्यूनतम सेवा की अवधि भी तय की गई है। शिक्षक की सेवा अवधि को 35 साल मानते हुए पांच पर्वतीय सब जोन में 23 वर्ष और तीन मैदानी सब जोन में 12 साल की सेवा तय की गई है। शिक्षकों को लाभ देने के लिए उनकी दुर्गम और अतिदुर्गम सेवाओं का लाभ देने के लिए गुणांक तय किए जाएंगे। इससे उनकी सेवा अवधि का न्यूनतम मानक घट जाएगा। अविवाहित महिला को विवाद होने पर पति के कार्यस्थल अथवा होम डिस्टिक में एक बार तबादले का मौका मिलेगा। इसी प्रकार पूरे सेवा में काल में शिक्षक को एक बार कैडर परिवर्तन की सुविधा भी दी जाएगी।
भविष्य में रिक्त होने वाले पदों पर होगा प्रमोशन तबादला नीति में वर्तमान रिक्त पदों पर तो तबादलों का मौका मिलेगा ही। साथ ही हर साल 31 मार्च तक प्रमोशन, प्रतिनियुक्ति और रिटायरमेंट की वजह से रिक्त होने वाले संभावित पदों पर भी तबादले का अवसर मिल सकेगा। तबादला की प्रक्रिया हर साल एक जनवरी से शुरू हो जाएगी। एक अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच तबादले के आदेश जारी हो जाएंगे
शिक्षकों के तबादले को बनेंगे तीन जोन
चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, बागेश्वर अतिदुर्गम और हरिद्वार-यूएसनगर पूर्णत सुगम होंगे।जिसमे . उच्च पर्वतीय क्षेत्र-एचएच पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर श्रेणी ए में तथा श्रेणी बी में निम्न पर्वतीय क्षेत्र-एचएल टिहरी, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और चंपावत, नैनीताल, पौड़ी के मैदानी क्षेत्रों से इतर सभी पर्वतीय क्षेत्र सम्मिलित जबकि मैदानी क्षेत्र मेंहरिद्वार और यूएसनगर नगर का संपूर्ण ब्लॉक। देहरादून में विकासनगर, सहसपर, डोईवाला और रायपुर ब्लॉक। नैनीताल में हल्द्वानी और रामनगर नगर पालिका में आने वाले क्षेत्र। पौड़ी में दुगड्डा का कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र, यमकेश्वर ब्लॉक में स्वर्गाश्रम नगर पंचायत क्षेत्र। टिहरी में नरेंद्र नगर ब्लॉक का मुनि की रेती नगर पालिका क्षेत्र। चंपावत में टनकपुर और बनबसा नगर पालिका क्षेत्र सम्मिलित है।