खबर संसार, नई दिल्ली: …तो क्या ‘Omicron’ भारत में लाएगा तीसरी लहर!, रिसर्च में खुलासा, भारत में काविड’19 के नये वेरिएंट ‘ओमीक्रॉन’ के बढ़ते मामलों को देखते हुए तीसरी लहर की आशंका अगले वर्ष 2022 में जताई जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ‘Omicron’ को ‘चिंताजनक वेरिएंट’ की श्रेणी में रखा है। अब तक ये ये वेरिएंट सिर्फ 10 दिनों में ही 38 देशों तक पहुंच चुका है।
आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल का कहना है कि कि देश में कोविड-19 की तीसरी लहर की शुरुआत जनवरी 2022 में हो सकती है। ओमीक्रॉन डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले दोगुनी गति से फैलता है, इसलिए प्रतिबंध लगाकर केस की संख्या को कम किया जा सकता है। दुनियाभर में ओमिक्रॉन वेरियेंट के अब तक करीब 400 केस सामने आ चुके हैं। ओमिक्रॉन का पहला केस दक्षिण अफ्रीका में बीते 24 नवंबर को मिला था।
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भारत में ‘Omicron’ के पांच मामले
इससे पहले कर्नाटक में पहले दो केस मिलने के बाद एक केस गुजरात के जामनगर से और एक केस मुंबई में आया मिला था। आज रविवार को तंजानिया से दिल्ली लौटा व्यक्ति ‘Omicron’ वेरिएंट संक्रमित पाया गया है जिसके बाद भारत में अब तक इस वैरिएंट के कुल पांच मामले सामने आ चुके हैं।
ओमिक्रॉन को लेकर क्या पता चला?
यहां बताते चलें कि ओमिक्रॉन की वजह से अभी तक न कोई अभी गंभीर रूप से बीमार हुआ है और न ही किसी की मौत हुई है। इसलिए वैज्ञानिक अभी भी इस पर रिसर्च जारी है। शुरुआती तौर पर ये जरूर कहा जा रहा है कि ओमिक्रॉन तेजी से फैल सकता है, लेकिन ये कितना खतरनाक साबित हो सकता है, इस पर स्पष्ट जानकारी नहीं है।
ओमिक्रॉन से कितना है भारत को खतरा
पूरे विश्व में जिस तरह से ओमिक्रॉन वेरिएंट फैल रहा है, वैज्ञानिक मानते हैं कि ओमिक्रॉन से भारत में तीसरी लहर आ सकती है और सभी को सावधान रहने की जररूत है। अगर राहत की बात कोई दिखाई पड़ रही है तो वो सिर्फ ये है कि भारत में टीकाकरण की गति तेज बनी हुई है। ऐसे में कहा जा रहा है कि अगर मामले बढ़ते भी हैं, तो शायद स्थिति दूसरी लहर जितनी खतरनाक नहीं हो।