खबर संसार किच्छा दिलीप अरोरा। कांग्रेस के ज्ञानी नेता फोटो खिचवाने के चककर मे उड़ा गए नियमों की धज्जियाँ। जी हां बहुत हैरानी होती है ज़ब ज़ब शोशल मिडिया मे गणमान्य लोग अन्य लोगो की मदद करने की फोटो खिचवाते है और इनको खूबसूरती के साथ शोशल मिडिया पर पोष्ट भी करते है। आखिर कहा गयी वह सोच ज़ब बड़े बुजुर्ग कहते थे और धार्मिक किताबों मे भी लिखा मिलता है की किसी की गरीबी का मजाक नहीं बनाना चाहिए। और लोगो की निस्वार्थ साहयता करनी चाहिए।और किसी की साहयता करने का खुद गुणगान नहीं करना चाहिए।
क्या यह सोच सिर्फ शब्दों तक ही सिमित रह गयी है।
आज कल कुछ लोग मजबूरी को भी पब्लिक्सीटी का अवसर बनाने से नहीं चूकते है।ऐसे ही पहले लोग झाड़ू पकडकर कर ऐसे फोटो खिचवाते नजर आते थे जैसे की यह लोग हमेसा देश की सफाई मे अहम रोल निभाते नजर आएंगे पर अब? खैर इस बात को छोड़ देते है। मौजूदा वक़्त कोरोना महामारी का है इस पर जहां राज्य सरकारे राज्य और केंद्र सरकार देश और लोगो के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है तो वही ऐसे मे बहुत से लोग लोगो की मजबूरी का भी जमकर फायदा उठा रहे और आवश्यक वस्तुओ की कालाबाजारी करते नजर आते है
लेकिन इनको रोकने के लिए भी प्रशासन द्वारा कड़े कदम उठाये गए है और ऐसे लोगो पर कार्यवाही भी हो रही है।
तो दूसरी तरफ प्रशासन और शासन लोगो से लगातार कोविड के नियमों का पालन करने का भी आग्रह कर रहे है हलांकि वैक्सीन मौजूद है पर फिर भी हमारे प्रधान मंत्री दवाई भी कढ़ाई भी जैसी महत्वपूर्ण बातो को जरुरी बताते है।
बावजूद इसके कुछ नेता पब्लिक सिटी पाने के लिए लगातार मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी महत्वपूर्ण बातो को लगातार नजरअंदाज करते दिख जाते है जो मौजूदा हलात को देखते हुए बिलकुल भी सही नहीं है। हैरानी की बात यह है की आखिर प्रशासन ऐसे नेताओं और गणमान्य लोगो पर कार्यवाही क्यों नहीं करता। क्योंकि नेताओं को बहुत से लोग फॉलो करते है कही न कही यह नेता समाज का भी मार्गदर्शन करने का कार्य करते है।
तो यदि ऐसे गणमान्य नेता ही नियमों की धज्जियाँ उड़ाएंगे तो समाज मे आम जनता को क्या सन्देश जायेगा कही न कही यह तो प्रशासन के जागरूकता अभियान को भी पालिता लगता नजर आ रहा है।ऐसा ही एक वाक्य आज फिर किच्छा विधान सभा मे देखने को मिला जहाँ कांग्रेस के नेताओ जिनमे नगर कार्यकारणी के साथ साथ प्रदेश का पड़ रखने वाले नेताओं की मौजूदगी मे कांग्रेस नेता जन ने लोगो को सेनेटाइजर और ऑक्सीमीटर बाँटने के समय बिलकुल भी शोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा।या यूँ कहे की शोशल डिस्टेंसिंग का नियम ही गुल दिखा।
बात यह नहीं है की कांग्रेस के नेता सेनेटाइजर और ऑक्सीमीटर बाँट रहे है यह अच्छी बात है पर नियमों की अनदेखी करना यह कहा की उचित बात है और ना केवल उन्होने नियमों की धज्जियाँ उड़ाई बल्कि बहुत ही खूबसूरती के साथ फोटो खिचवाने मे इतने आनंदित नजर आये की वह शोशल डिस्टेंसिंग को भूल गए और अपने समाज मे अपने इस काम की प्रशंसा बटोरने के लिए इन फोटो को शोशल मिडिया मे उपलोड तक कर दिया।
इस बात का समाज पर क्या प्राभाव पड़ेगा यह तो यह लोग ही जाने। पर ऐसे मे कही न कही प्रशासन का ख़ुफ़िया तंत्र भी फेल दीखता नजर आ रहा है की जिसको ऐसे कार्यक्रमों की जानकारी तक नहीं होती। और ऐसे नेता बखूबी नियमों की धज्जियाँ उड़ाकर फोटो खिचवाकर चले जाते है।
अब देखना होगा की और शासन इस पर क्या कार्यवाही करता है। या सिर्फ आम जनता तक ही यह क़ानून काम करता है।