नए साल 2025 से कई नियामक और वित्तीय परिवर्तन लागू होंगे, जो देश भर के नागरिकों को प्रभावित करेंगे। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की प्रक्रियाओं में बदलाव से लेकर एलपीजी मूल्य निर्धारण और यूपीआई में समायोजन तक, नया साल आपके बटुए पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। चलिए इसके बारे में आपको बताते हैं।
जीएसटी नियमों में प्रमुख बदलाव
1 जनवरी, 2025 से नए जीएसटी नियम लागू होंगे और वे पूरे भारत में व्यवसायों को प्रभावित करेंगे। जीएसटी पोर्टल पर बेहतर सुरक्षा के लिए करदाताओं के लिए मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (एमएफए) अनिवार्य किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, ई-वे बिल (ईडब्ल्यूबी) केवल 180 दिनों से अधिक पुराने आधार दस्तावेजों के लिए ही तैयार किए जा सकते हैं।
यूपीआई
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने नए साल में UPI 123Pay की सीमा बढ़ा दी है। अब तक आप इस पेमेंट सर्विस का इस्तेमाल कर 5,000 रुपये तक का लेनदेन कर सकते थे। लेकिन अब से यह सीमा बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी गई है।
EPFO पर बड़ी राहत
नए साल में EPFO पेंशन धारकों को बड़ी राहत मिलेगी। नए नियमों के मुताबिक, पेंशन धारक अब बिना किसी अतिरिक्त सत्यापन के देश के किसी भी बैंक से अपनी पेंशन निकाल सकते हैं। रिपोर्टों से पता चलता है कि ईपीएफओ जल्द ही एक एटीएम कार्ड जारी करेगा जो ग्राहकों को चौबीसों घंटे पैसे निकालने में सक्षम करेगा।
आरबीआई के नए नियम
भारतीय रिजर्व बैंक ने गृह वित्त और गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों के लिए सावधि जमा को नियंत्रित करने वाले नियमों में संशोधन किया है। सार्वजनिक जमा स्वीकार करने, नामांकन करने और सार्वजनिक जमा को चुकाने के नए नियम आरबीआई मानकों के अंतर्गत आते हैं। अपडेट किए गए दिशा-निर्देश 1 जनवरी, 2025 से लागू होंगे।
आयकर नियम में बदलाव
बजट 2024 में घोषित आयकर में से अधिकांश परिवर्तन वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 से प्रभावी हैं। ये परिवर्तन जुलाई 2025 में आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करते समय दावा किए जा सकने वाले कर कटौती और छूट को भी प्रभावित करेंगे।
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