वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के लिए पहुँचे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को एक बार फिर असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। व्हाइट हाउस में हुई इस अहम बैठक से पहले दोनों नेताओं को करीब आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
ट्रंप ने जताई अनिश्चितता
मुलाकात से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बात पर अनिश्चितता जाहिर की कि पाकिस्तानी नेता कहाँ हैं। उन्होंने कहा, “हो सकता है कि वे इसी कमरे में हों, मुझे नहीं पता क्योंकि हमें देर हो गई है… या शायद वे ओवल ऑफिस में कहीं हों।” हालांकि, ट्रंप ने शहबाज शरीफ और असीम मुनीर को “महान व्यक्ति” भी बताया।
पाकिस्तानी नेताओं की ट्रंप की सराहना
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और जनरल मुनीर ने भारत-पाक युद्धविराम की दिशा में ट्रंप की “साहसिक और निर्णायक नेतृत्व क्षमता” की प्रशंसा की। उन्होंने गाजा संघर्ष को समाप्त करने और मध्य पूर्व में शांति बहाल करने की अमेरिकी पहल की सराहना की। इसके साथ ही, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने, अमेरिकी निवेश को आकर्षित करने और खुफिया सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। शहबाज शरीफ ने राष्ट्रपति ट्रंप को पाकिस्तान की आधिकारिक यात्रा करने का निमंत्रण भी दिया।
बैठक की आधिकारिक तस्वीरें जारी नहीं
एजेंसी रिपोर्ट्स के अनुसार, शरीफ शाम 5 बजे से पहले व्हाइट हाउस पहुँचे थे, जबकि ट्रंप उस समय कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर कर रहे थे। असीम मुनीर के साथ मुलाकात बंद दरवाजों के पीछे हुई। लगभग 6:18 बजे पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल बाहर निकला। दिलचस्प बात यह है कि व्हाइट हाउस ने इस मुलाकात की कोई आधिकारिक तस्वीर अब तक जारी नहीं की है।
भारत-अमेरिका तनाव के बीच मुलाकात
यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक वार्ता और आयात पर बढ़े टैरिफ को लेकर तनाव गहराया हुआ है। राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहला अवसर है जब ट्रंप ने पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ का व्हाइट हाउस में स्वागत किया। हालांकि, जून में ट्रंप ने जनरल मुनीर को लंच पर आमंत्रित किया था।
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