आसाम, खबर संसार। असम में भाजपा नेता की कार में ईवीएम (EVM) मिलने से मामला गरमाया। असम के करीमगंज का है मामला। चुनाव आयोग ने चार अधिकारियों को किया सस्पेंड। सफाई मैं कहा गया कि गाड़ी खराब होने की वजह से भाजपा नेता की गाड़ी में लिफ्ट ली थी और इस बात का बाद में पता चला।
चुनाव आयोग (Election Commission) को जिला निर्वाचन अधिकारी से अब तक मिली प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक पोलिंग पार्टी को शुरुआत में जानकारी नहीं थी कि जिस गाड़ी में वो लिफ्ट ले रहे हैं, वह बीजेपी विधायक (BJP MLA) की गाड़ी है। बता दें कि गाड़ी बीजेपी विधायक की पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड है।
नहीं टूटी है ईवीएम की सील
लिफ्ट लेकर जब बीजेपी विधायक की गाड़ी से पोलिंग पार्टी लौट रही थी, तभी स्थानीय लोगों ने देख लिया और गाड़ी रोक दिया। पोलिंग पार्टी के सदस्यों को स्थानीय लोगों ने गाड़ी से निकाल दिया और भीड़ हिंसात्मक भी होने लगी।
इसे भी पढ़े- जनशताब्दी एक्सप्रेस के 41 यात्रियों का हुआ RTPCR टेस्ट
चुनाव आयोग को मिली सूचना के मुताबिक जो ईवीएम (EVM) बीजेपी विधायक की गाड़ी से मिला है, वोटिंग के बाद मिला ईवीएम (EVM) है। हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक ईवीएम का सील नहीं टूटा है। चुनाव आयोग को जिला निर्वाचन अधिकारी से दूसरी रिपोर्ट का भी इंतजार है।
कांग्रेस ने उठाया सवाल
बीजेपी विधायक की गाड़ी में ईवीएम (EVM) मिलने पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘हर बार ऐसे वीडियो सामने आते हैं, जिनमें प्राइवेट गाड़ियों में ईवीएम ले जाते हुए पकड़े जाते हैं। अप्रत्याशित रूप से उनमें कुछ चीजें कॉमन होती है- गाड़ियां बीजेपी उम्मीदवार या उनके साथियों से जुड़ी होती हैं। वीडियो एक घटना के रूप में सामने आते हैं और फिर झूठ बताकर खारिज कर दिया जाता है।’
चुनाव आयोग ने 4 अफसरों को किया सस्पेंड
चुनाव आयोग ने ईवीएम मामले में पीठासीन अधिकारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। चुनाव आयोग ने चार मतदान अफसरों को निलंबित कर दिया है और एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है।