यमुना नदी के अत्यधिक प्रदूषित पानी में डुबकी लगाने के करीब दो दिन बाद, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को सांस लेने में कठिनाई और त्वचा पर चकत्ते की शिकायत के बाद शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया। सचदेवा को राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इससे पहले, आरएमएल अस्पताल के डॉक्टरों ने उनकी जांच की और उन्हें तीन दिनों की दवा दी थी। भाजपा नेता ने गुरुवार को यमुना के प्रदूषित पानी में डुबकी लगाई और 2025 तक इसे साफ करने के अपने वादे को पूरा करने में विफलता के लिए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आलोचना की।
भाजपा ने लोगों को यमुना की दुर्दशा दिखाने और उन्हें 2021 में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किए गए वादे की याद दिलाने के लिए आईटीओ छठ घाट पर आमंत्रित किया था। मुख्यमंत्री आतिशी और उनके पूर्ववर्ती केजरीवाल के लिए लाल कालीन बिछाने के साथ-साथ दो कुर्सियाँ रखी गईं।
प्रदूषित नदी में सचदेवा ने लगाई थी डुबकी
सचदेवा और उनकी पार्टी के नेताओं ने दोनों का इंतजार किया लेकिन वे नहीं आए, फिर सचदेवा प्रदूषित नदी में डुबकी लगाने चले गए। उन्होंने कहा कि पिछले 7 वर्षों में 8500 करोड रुपए केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को दिए हैं ताकि यमुना की सफाई हो सके लेकिन आज तक यमुना की स्थिति नहीं बदली। इसलिए हम आज केजरीवाल से के सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर वह पैसे कहां गया।
सचदेवा ने कहा कि जब रातों-रात शीश महल के टॉयलेट गायब हो जाते हैं तो फिर अरविंद केजरीवाल मां यमुना को कैसे छोड़ेंगे। सत्ता के नशे ने आम आदमी पार्टी को जहां निरंकुश बना दिया वही भ्रष्टाचारी भी बना दिया दिल्ली की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है लेकिन दिल्ली वासियों की चिंता केजरीवाल को नहीं है। 2021 में अरविंद केजरीवाल ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा था कि मेरी जिम्मेदारी है हम यमुना को साफ करेंगे और हम कोई ब्लेम गेम नहीं खेलना चाहते हैं और 2025 तक यमुना में डुबकी लगाएंगे।
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