पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने एनआईए की अगुवाई में गुरुवार को कई एजेंसियों की ओर से उसके ऑफिसों, नेताओं के घरों और अन्य जगहों पर की गई छापेमारी के विरोध में 23 सितंबर को हड़ताल का आह्वान किया है।
केरल उच्च न्यायालय ने कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) द्वारा घोषित हड़ताल और उसके बाद राज्य में हिंसा की छिटपुट घटनाओं पर शुक्रवार को स्वत: संज्ञान लिया।
कोर्ट ने पहले ही हड़ताल पर लगाया था प्रतिबंध
अदालत ने कहा कि उसके द्वारा पहले हड़ताल पर प्रतिबंध लगाया गया था और सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करना स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
बता दें कि एनआईए द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में हड़ताल के दौरान हिंसा की कई सारी घटनाएं सामने आई हैं।
वहीं मट्टनूर में कन्नूर मट्टनूर में आरएसएस कार्यालय पर पेट्रोल बम फेंका गया। मौके पर पुलिस मौजूद है और मामले की जांच कर रही है।
इससे पहले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यालयों पर एनआईए के छापे और उसके सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को कोयंबटूर में भाजपा के कार्यालय में ज्वलनशील पदार्थ से भरी एक बोतल फेंकी गई।
केरल के कोल्लम जिले के पल्लीमुक्कू में बाइक सवार पीएफआई के दो समर्थकों ने दो पुलिसवालों पर हमला किया है। हमले में दोनों पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
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