प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप है, जिसका एक हिस्सा वामपंथियों के प्रभुत्व वाला है। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई लड़ने वाली कांग्रेस तो दशकों पहले ही समाप्त हो चुकी है। अब जो कांग्रेस बची है, उसके पास न देश हित में नीतियां हैं और न ही राष्ट्रनिर्माण का विजन।
अपना हमला जारी रखते हुए मोदी ने कहा कि कल कांग्रेस ने जिस तरह का घोषणा पत्र जारी किया है, उससे साबित हो गया है कि आज की कांग्रेस, आज के भारत की आशाओं-आकांक्षाओं से पूरी तरह कट चुकी है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में वही सोच झलकती है, जो आजादी के आंदोलन के समय मुस्लिम लीग में थी।
कांग्रेस के घोषणा पत्र में पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप
नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है और इसका जो कुछ हिस्सा बचा रह गया, उसमें वामपंथी पूरी तरह हावी हो चुके हैं। कांग्रेस इसमें दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती है। उन्होंने आपको याद होगा, यहां उत्तर प्रदेश में 2 लड़कों की जो फिल्म पिछली बार फ्लॉप हो चुकी है, उन 2 लड़कों की फिल्म को इन लोगों ने फिर से रिलीज किया है।
मुझे समझ नहीं आता कि काठ की इस हांडी को ये INDI गठबंधन वाले कितनी बार चढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि सपा की स्थिति तो ये है कि यहां उन्हें हर घन्टे अपने उम्मीदवार बदलने पड़ रहे हैं। कांग्रेस की स्थिति तो और भी विचित्र है, कांग्रेस को तो उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे। जिन सीटों को कांग्रेस अपना गढ़ मानती थी, वहां भी उसे उम्मीदवार उतारने की हिम्मत ही नहीं हो रही है।
अल्पसंख्यकों पर फोकस
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले, कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें ‘न्याय के पांच स्तंभों’ पर ध्यान केंद्रित किया गया है। अपने घोषणापत्र में, पार्टी ने महिलाओं के लिए नकद हस्तांतरण, रोजगार के अवसर और जाति जनगणना पर ध्यान केंद्रित किया। कांग्रेस के घोषणापत्र में ‘पांच न्याय’ या न्याय के पांच स्तंभों में ‘युवा न्याय’, ‘नारी न्याय’, ‘किसान न्याय’, ‘श्रमिक न्याय’ और ‘हिस्सेदारी न्याय’ शामिल थे। पार्टी ने अल्पसंख्यकों पर फोकस किया है।
- पार्टी किसी के विश्वास का पालन करने के मौलिक अधिकार और संविधान के अनुच्छेद 15, 16, 25, 26, 28, 29 और 30 के तहत धार्मिक अल्पसंख्यकों को दिए गए अधिकारों का सम्मान करेगी और उन्हें बनाए रखेगी। यह संविधान के अनुच्छेद 15, 16, 29 और 30 के तहत गारंटीकृत भाषाई अल्पसंख्यकों के अधिकारों का भी सम्मान करेगा और उन्हें कायम रखेगा।
- पार्टी अल्पसंख्यक छात्रों और युवाओं को शिक्षा, रोजगार, व्यवसाय, सेवाओं, खेल, कला और अन्य क्षेत्रों में बढ़ते अवसरों का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित और सहायता करेगी।
- पार्टी विदेश में अध्ययन के लिए मौलाना आज़ाद छात्रवृत्ति बहाल करेगी और छात्रवृत्ति की संख्या बढ़ाएगी।
- पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि बैंक बिना किसी भेदभाव के अल्पसंख्यकों को संस्थागत ऋण प्रदान करें। यह यह भी सुनिश्चित करेगा कि अल्पसंख्यकों को शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, सार्वजनिक रोजगार, सार्वजनिक कार्य अनुबंध, कौशल विकास, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में बिना किसी भेदभाव के अवसरों का उचित हिस्सा मिले।
- पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि अल्पसंख्यकों को पोशाक, भोजन, भाषा और व्यक्तिगत कानूनों की पसंद की स्वतंत्रता हो। पार्टी पर्सनल लॉ में सुधार को बढ़ावा देगी।
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