जी, हां आप ने सही पढ़ा आज कल देश में रोजगार का मुददा बहुत ही ज्यादा छाया रहता है। इससे आम जनता से लेकर युवाओं में बहुत ही ज्यादा रोष भी रहता है। तो विपक्ष सरकार की कार्यप्रणाली व रोजगार को लेकर हमेशा उसे कटघड़े में खड़ा करती रहती है।
इसे सब को देखते हुए मोदी सरकार लगातार युवाओं को रोजगार देने के मामले में सक्रियता दिखा रही है। इसे 2024 चुनाव से जोर कर भी देखा जा रहा है। हाल में ही रोजगार मेला की शुरूआत हुई थी।
इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 अप्रैल को सुबह 10:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त भर्तियों को लगभग 71,000 नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे।
इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई है। प्रधान मंत्री कार्यालय ने बताया कि रोजगार मेला देश में रोजगार को प्राथमिकता देने के पीएम मोदी द्वारा किए गए वादे को पूरा करने की दिशा में सरकार का कदम है।
रोज़गार मेला पीढ़ी के आगे के रोजगार में एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा
इसके साथ ही विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि उम्मीद है कि रोज़गार मेला पीढ़ी के आगे के रोजगार में एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करेगा।
पीएमओ ने कहा कि देश भर से चयनित युवाओं को भारत सरकार के तहत ट्रेन मैनेजर, स्टेशन मास्टर, सीनियर कमर्शियल सह टिकट क्लर्क, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, कांस्टेबल, स्टेनोग्राफर, जूनियर अकाउंटेंट, पोस्टल असिस्टेंट, इनकम टैक्स इंस्पेक्टर, टैक्स असिस्टेंट, सीनियर ड्राफ्ट्समैन, जेई/सुपरवाइजर, असिस्टेंट प्रोफेसर, टीचर, लाइब्रेरियन, नर्स, प्रोबेशनरी ऑफिसर्स, पीए, एमटीएस जैसे विभिन्न पदों पर तैनात किया जाएगा।
नवनियुक्त कर्मियों को कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल के माध्यम से खुद को प्रशिक्षित करने का अवसर भी मिलेगा। कर्मयोगी प्रारम्भ मॉडयूल विभिन्न सरकारी विभागों में सभी नवनियुक्त कर्मियों के लिए ऑनलाइन आरम्भिक पाठ्यक्रम है। इसमें सरकारी सेवकों के लिए आचार-संहिता, कार्यस्थल पर नैतिकता, सत्यनिष्ठा और मानव संसाधन नीतियां शामिल हैं।
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