क्या पाकिस्तान के मैच जिताऊ तेज गेंदबाज हारिस रऊफ फिर कभी पाकिस्तान के लिए क्रिकेट नहीं खेलेंगे? यह सवाल दो दिनों से सोशल नेटवर्क पर पूछा जा रहा है। यह मुद्दा तब उठा जब पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य कोच वहाब रियाज ने हाल ही में रऊफ के खिलाफ गंभीर टिप्पणी की। उन्हें पाकिस्तान टीम से बाहर करने की भी धमकी दी गई है।
दरअसल, इस कहानी की शुरुआत हैरिस राउच के फैसले से हुई. पाकिस्तान को टेस्ट सीरीज के लिए दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना था लेकिन हरित रऊफ ने इसमें हिस्सा लेने से इनकार कर दिया। राउच ने काम के बोझ और शारीरिक स्थिति के कारण दौरे में भाग नहीं लेने का फैसला किया। यह जानते हुए भी पाकिस्तान की चयन समिति ने रऊफ के फैसले पर ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त की मानो यह दोनों खेमों के बीच कोई मतभेद हो।
मानों चयन समिति ने रऊफ से हमेशा के लिए किनारा कर लिया हो
अगर कोई खिलाड़ी किसी कारण से किसी दौरे पर नहीं जाना चाहता है तो इस बात को चयन समिति के सदस्यों तक ही सीमित रखा जाता है लेकिन हारिस रऊफ के इस फैसले को पाकिस्तान की चयन समिति ने सार्वजनिक कर दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुद चयन समिति के अध्यक्ष वहाब रियाज ने हारिस के बारे में इतना कुछ कह दिया, जिसके बाद ऐसा लगा जैसे मानों चयन समिति ने हमेशा के लिए ही रऊफ से किनारा कर लिया हो।
हारिस रऊफ के लिए क्या-क्या बोले वहाब रियाज?
वहाब रियाज ने कहा, ‘दो दिन पहले हारिस ने कहा था कि वह ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए उपलब्ध हैं, फिर कल रात उन्होंने फिटनेस और वर्क लोड का हवाला देते हुए मना कर दिया। मैंने और हफीज ने उन्हें समझाया कि कोच और कप्तान चाहते हैं कि आप ऑस्ट्रेलिया में खेलें। हमनें उन्हें भरोसा भी दिलाया कि एक दिन में उनसे 10-12 ओवर से ज्यादा गेंदबाजी नहीं कराई जाएगी। लेकिन वह नहीं माने।’
वहाब ने बताया, ‘हमने टीम फिजियो और ट्रेनर से हारिस की फिटनेस को लेकर बातचीत की तो जवाब मिला कि हारिस पूरी तरह फिट हैं। हमें लगता है कि एक केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ी को इस तरह अपने कदम पीछे नहीं खींचने चाहिए थे। नसीम, हसनैन और एहसानुल्लाह चोट के कारण गैर मौजूद हैं। ऐसे में रऊफ को त्याग करने की जरूरत थी।
उन्हें पाकिस्तान के लिए खेलना चाहिए था।’ रियाज ने आखिरी में कहा, ‘कोई भी खिलाड़ी हो और वह कितना ही बड़ा क्यों न हो, अगर वह पाकिस्तान टीम को प्राथमिकता नहीं दे रहा है तो वह भविष्य के लिए हमारी योजनाओं में शामिल नहीं रहेगा।’
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