एडिलेड, खबर संसार। ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने भारत को पहले टेस्ट मैच में तीसरे दिन ही 8 विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने 4 मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
पिंक बॉल से खेले जा रहे इस डे-नाइट टेस्ट मैच में भारत ने अपनी पहली पारी में 244 रन बनाए जिसके बाद मेजबान टीम की पहली पारी 191 रन पर समेट दी। इसके बाद भारत की दूसरी पारी मात्र 36 रन पर समाप्त हो गई और ऑस्ट्रेलिया (Australia) को जीत के लिए 90 रन का आसान टारगेट मिला। मेजबान टीम ने 2 विकेट खोकर 11 ओवर में ही 93 रन बनाते हुए मैच जीत लिया।
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भारत के लिए कैप्टन विराट कोहली 4 रन बनाकर पविलियन लौट गए। ऑस्ट्रेलिया (Australia) के लिए पहली पारी में मिशेल स्टार्क ने 4 विकेट लिए जबकि पैट कमिंस ने 3 विकेट झटके। वहीं, दूसरी पारी में जोश हेजलवुड ने कमाल दिखाया और मात्र 8 रन देकर 5 विकेट लिए। पैट कमिंस ने दूसरी पारी में 21 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए।
दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजी की खस्ता हालत का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसका कोई बल्लेबाज दहाई के आंकड़े में नहीं पहुंच सका। ओपनर मयंक अग्रवाल 9 रन बनाकर भी टॉप स्कोरर रहे।
यह विराट कोहली का इस दौरे पर अंतिम मैच था। अब वह पैटरनिटी लीव पर स्वदेश लौट जाएंगे। दोनों टीमों के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच मेलबर्न में 26 दिसंबर से खेला जाएगा। अब अजिंक्य रहाणे शेष सीरीज में टीम इंडिया की कमान संभालेंगे। इससे पहले भारत को वनडे सीरीज में 1-2 से हार झेलनी पड़ी थी लेकिन टी20 सीरीज में उसने वापसी करते हुए 2-1 से जीत दर्ज की।
अब विराट के नाम शर्मसार रेकॉर्ड
भारतीय टीम ने पहली पारी में 53 रन की बढ़त हासिल की थी लेकिन इसके बावजूद वह शर्मनाक हार के कगार पर पहुंच गई। भारतीय टीम के 1974 के प्रदर्शन का बोझ सुनील गावसकर और अजित वाडेकर जैसे दिग्गज ढोते रहे हैं लेकिन अब इसकी जगह एडिलेड के प्रदर्शन ने ली है। दिग्गज गावसकर की तरह वर्तमान क्रिकेट के दिग्गज विराट कोहली भी यह दिन भूलना चाहेंगे।
सामने आई बल्लेबाजों की कमजोरी
एक समय भारतीय टीम का स्कोर आठ विकेट पर 26 रन था और वह टेस्ट क्रिकेट के न्यूनतम स्कोर की बराबरी करने की स्थिति में दिख रही था लेकिन हनुमा विहारी (आठ) के चौके से टीम क्रिकेट इतिहास के सबसे खराब रेकॉर्ड की बराबरी करने से बच गई। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों की अतिरिक्त उछाल वाली गेंदों के सामने भारतीय बल्लेबाजी की कमजोरी खुलकर सामने आ गई। गेंदबाजों ने गेंद की सीम का अच्छा इस्तेमाल किया। तेज और उछाल भरी गेंदों के सामने भारतीय पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। भारत का कोई भी बल्लेबाज दोहरे अंक में नहीं पहुंच पाया।
नहीं चला कोई भारतीय बल्लेबाज
मयंक अग्रवाल (9), चेतेश्वर पुजारा (0) और अजिंक्य रहाणे (0) तीनों ने एक ही तरह से अपने विकेट गंवाए। इन तीनों के लिए गेंद कोण लेकर आई जिसमें थोड़ा उछाल था और जो बल्ले को चूमकर विकेटकीपर टिम पेन के दस्तानों में समाई। कप्तान विराट कोहली (4) ने ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में गली में कैच दिया। इंग्लैंड में 2014 में वह इस तरह से आउट हुए थे।